कविता परिचय - अक्षर - ज्ञान एक प्रारंभिक शिक्षण प्रक्रिया है जो बच्चों के लिए आसान नहीं । कोई इधर भागा तो कोई उधर । कोई नीचे लुढ़का तो कोई पहेली बनकर असाध्य हो जाता है । बच्चे अपनी विफलता पर रोने लगते हैं उपरोक्त सारी बातों को कवयित्री ने कौतुकपूर्ण तरीके से कविता के माध्यम से दर्शाते हुए कहा है कि बच्चों की प्रारंभिक विफलता से ही सृष्टि विकास की कहानी बनी है ।
भावार्थ - बच्चा क ख ग घ ङ को लिखना प्रारम्भ करता है , नहीं लिख पाता है लगता है उसके माथा में नहीं अँटता है । अँटे कैसे " क " से कबूतर होता है पंक्ति से बाहर होकर फुदकने लगता है । " ख " भी उससे नहीं लिखाता है क्योंकि ख से खरगोश होता है जिसमें खालिस ( भागने ) की बेचैनी जो होती है । " ग " भी नहीं लिखाता है मानो गमला का टूटा हुआ ग होता है । " घ " भी उसका घड़े जैसे लुढ़कने लगा । अब बचा ङ । ङ में ड को माँ मान लेता ( . ) को गोदी में बैठा बेटा । अब माँ बेटे दोनों संभाल नहीं पाते लगातार कोशिश में उसकी आँखों में आ गये आँसू । शायद ये आँसू ही प्रथमाक्षर हैं । सृष्टि की विकास कथा की ।
कविता के साथ
1. कविता में तीन उपस्थितियाँ हैं । स्पष्ट करें । वे कौन - कौन - सी हैं ?
उत्तर कविता में तीन उपस्थितियाँ हैं — बच्चा , माँ और बेटा । क्योंकि बच्चा लिखता है तथा ऊ में ड को माँ तथा ( . ) को उसकी गोदी में बैठा बेटा मान लेता है । इस प्रकार तीन उपस्थितियाँ हैं ।
2. कविता में क विवरण स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर- " क " चौखट में नहीं अँटता । कबूतर ही तो है । पंक्ति से उतरकर फुदक जाता है अर्थात् नहीं लिखाता है ।
3. खालिस बेचैनी किसकी है ? बेचैनी का क्या अभिप्राय है ?
उत्तर - खालिस बेचैनी खरगोश की है । बेचैनी का अभिप्राय है अविरल ( लगातार ) बिना चैन लिए हुए। 4. बेटे के लिए " ङ " क्या है और क्यों ? उत्तर - बेटे के लिए ङ का " ड " माँ है तथा ( ) माँ की गोद में बेटा । क्योंकि ड के आगे ( क ) का उपयोग किया जाता है अर्थात् माँ की गोद में बेटा को बैठाया जाता है ।
5. बेटे के आँसू कब आते हैं और क्यों ?
उत्तर - जब माँ बेटा दोनों को साधने ( लिखने ) की बात हुई तो अनवरत कोशिश करता है । कोशिश के बावजूद विफलता आने पर आँसू छलक जाते हैं । क्योंकि एक बेटा को एक माँ गोद में रखती है तो दूसरी माँ उसे लिखने के लिए बाध्य किए हुई है ।
6. कविता के अंत में कवयित्री " शायद " अव्यय का क्यों प्रयोग करती हैं स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर - " शायद ' अव्यय का प्रयोग कवयित्री सम्भावित को दर्शाने हेतु करती है । हुआ होगा ऐसा ही जब सृष्टि के विकास में उसी प्रकार की विफलता पर रोने के बाद मनुष्य को और सोचने का अवसर मिला होगा । अर्थात् विफलता में चिन्तन शक्ति का विकास हो पाता है
7. कविता किस तरह एक सांत्वना और आशा जगाती है विचार करें ।
उत्तर कविता में बताया गया है कि विफलता के बाद मनुष्य चिन्तनशील होता है । उसे कुछ अधिक सोचने पर मजबूर होना पड़ता है जो उसके बौधिक विकास करने में सहायक बनता है जो एक सांत्वना आशा जगाती है कि विफलता के बाद मिलने वाली सफलता का रूप विकसित होता है ।
8 . व्याख्या करें- " गमले - सा टूटता हुआ उसका " ग " घड़े - सा लुढ़कता उसका " घ " उत्तर — प्रस्तुत पद्यांश हमारे पाठ्य पुस्तक " गोधूली " भाग -2 के काव्य खण्ड के " अक्षर - ज्ञान " शीर्षक कविता से लिया गया है । जिसके कवयित्री " अनामिका " जी हैं जिसमें बच्चों को अक्षर ज्ञान का तरीका कौतुकपूर्ण है । यथा- " गमले - सा टूटता " " घड़े - सा टूटे गमले का " ग " और लुढ़कते घड़े का " घ " का तात्पर्य है । " ग " से गमला और घ से घड़ा बच्चे की समझ में नहीं आता कि गमला से ग कैसे अलग होता तथा लुढ़कते घड़े से घ कैसे अलग होता ।